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बहाई क्या मानते हैं

बहाई धर्म की केन्द्रीय मान्यताएँ इस साइट पर दी गई है, जो विभिन्न विषयों से सम्बन्धित है। यहाँ आप बहाई धर्म के उद्भव के विषय में जान सकते हैं और उन शिक्षाओं और सिद्धांतों की छान-बीन कर सकते हैं जो दुनिया भर में बहाई समुदाय के सदस्यों को प्रेरित करते हैं।

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  • इस खंड का सिंहावलोकन — बहाई धर्म के उद्भव और इसकी विशिष्ट एकता का स्रोत
  • बाब — बाब बहाई धर्म के अग्रदूत हैं।
  • बहाउल्लाह — बहाउल्लाह बाब और अतीत के सभी दिव्य संदेशवाहकों द्वारा पूर्वघोषित प्रतिज्ञापित अवतार हैं।
  • अब्दुल‑बहा — बहाउल्लाह ने अपने ज्येष्ठ पुत्र, अब्दुल बहा को ‘अपनी’ शिक्षाओं का अधिकृत व्याख्याता और ‘प्रभुधर्म’ का ‘प्रधान’ नियुक्त किया।
  • शोगी एफेंदी — बहाई धर्म के संरक्षक, अपने नाना, अब्दुल-बहा द्वारा नियुक्त
  • विश्व न्याय मंदिर — बहाई धर्म की अंतर्राष्ट्रीय अधिशासी परिषद, जिसकी स्थापना का आदेश बहाउल्लाह द्वारा दिया गया था।
  • इस खंड का सिंहावलोकन — अमर आत्मा, जीवन का उद्देश्य और आध्यात्मिक गुणों का विकास
  • मानव-आत्मा — अनश्वर, विवेकी आत्मा, जो थोड़े समय के लिये इस संसार से होकर अनन्त काल तक ईश्वर की ओर अग्रसर होना जारी रखती है।
  • उपासना — भक्ति के कार्य जैसे, प्रार्थना, ध्यान, उपवास, तीर्थयात्रा और दूसरों की सेवा और धार्मिक जीवन में इनकी भूमिका।
  • उदार जीवन — सेवा के अपने जीवन में हम अपना सर्वोच्च उद्देश्य तब प्राप्त करते हैं, जब अपना समय, शक्ति, ज्ञान और आर्थिक संसाधन उदारतापूर्वक अर्पित कर देते हैं।
  • चरित्र और आचरण — इस संसार में आध्यात्मिक गुणों का संवर्धन, हमारे आचरण के निरन्तर परिष्कार से अविछिन्न है।
  • इस खंड का सिंहावलोकन — ईश्वर, प्रकटीकरण, मानवता, नैसर्गिक संसार और सभ्यता का विकास
  • प्रकटीकरण — ब्रह्मांड के रचयिता ईश्वर अपने अवतारों की शिक्षाओं के माध्यम से बौद्धिक और नैतिक क्षमताओं को सम्पोषित करते हंै।
  • प्रकृति — प्राकृतिक संसार का सौन्दर्य, इसकी विपुलता और विविधता, ये सभी ईश्वर के गुणों की अभिव्यक्तियाँ हैं।
  • एक निरन्तर प्रगतिशील सभ्यता — मानवजाति, शैशवावस्था और बाल्यावस्था से होते हुये, अब सामूहिक वयस्कता की दहलीज पर खड़ी है।
  • इस खंड का सिंहावलोकन — व्यक्तियों, समुदायों और संस्थाओं के बीच सम्बन्धों का विकास, जो मानवजाति की एकता के सिद्धांत को दर्शाता करता है।
  • व्यक्ति और समाज — जब मानवजाति अपनी बाल्यावस्था से उभर कर सामूहिक परिपक्वता की ओर बढ़ रही है, ऐसे समय में व्यक्तियों, समुदायों और समाज की संस्थाओं के सम्बन्धों को नये ढंग से समझने की और भी अधिक ज़रूरत है।
  • एक मानव परिवार — यह विश्वास कि हम एक मानव-परिवार के हैं, बहाई धर्म के केन्द्र में है।
  • बहाई प्रशासनिक व्यवस्था — बहाई समुदाय के कार्य संस्थाओं की एक प्रणाली के माध्यम से संचालित किये जाते हैं, प्रत्येक का एक निर्धारित कार्य-क्षेत्र है।
  • परिचय — शंति प्राप्त करने और एक नई विश्वव्यापी सभ्यता के निर्माण के लिये आवश्यक सिद्धांत
  • विश्व शांति का पथ — विश्व के लोगों को सम्बोधित विश्व न्याय मंदिर का पूरा पत्र।
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  • बहाउल्लाह के आह्वान का प्रत्युत्तर
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  • पारिवारिक जीवन और बच्चे
  • युवा
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  • समाज के जीवन में सम्मिलित होना

बहाई क्या करते हैं

वेबसाइट का यह भाग उन क्षेत्रों का अन्वेषण करता है जिनमें बहाईयों ने व्यक्तिगत रूप से, सामूहिक तौर पर और अपनी संस्थाओं के कार्यों के माध्यम से, फारस और मध्यपूर्व में बहाई धर्म की शुरूआत से लेकर अब तक विश्व भर में बहाउल्लाह के प्रकटीकरण का प्रत्युत्तर दिया है।

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  • सिंहावलोकन — बहाई जीवन के लिये आधारभूत दोहरा उद्देश्य
  • सिंहावलोकन — बहाई समुदायिक जीवन में सेवा और उपासना का एकीकरण।
  • सिंहावलोकन — परिवार का महत्व और बच्चों की शिक्षा
  • सिंहावलोकन — दुनिया की बेहतरी के योगदान में युवा बहाईयों के प्रयास
  • सिंहावलोकन — बहाई समुदाय के प्रशासनिक ढाँचों का विकास और इससे सम्बद्ध प्रक्रियाओं का परिष्करण
  • सिंहावलोकन — भौतिक और आध्यात्मिक सभ्यता के विकास में दूसरों के साथ-साथ काम करना
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